Sahil Kukreja
लिख दु मैं कहानी अपनी
पर मुझसे ज़्यादा ज़िक्र हो उनका
जो रहे वजह मेरी हर हंसी का,
जो खींचते बेवजह टांग मेरी,
जो मिलके करे शरारत ज़माने भर का,
कुछ बने वजह दिल टूटने का,
कुछ सिख गए अर्थ प्यार का।
लिख दु जो मैं कहानी अपनी
सिख जाए हर कोई एहमियत
प्यार और यार का।
लिख दु जो मैं कहानी अपनी,
ज़माना दीवाना हो जाए
मेरे लिखे हर किरदार का।