Kahani – Delhi Poetry Slam

Kahani

Sahil Kukreja

लिख दु मैं कहानी अपनी 
 पर मुझसे ज़्यादा ज़िक्र हो उनका
 जो रहे वजह मेरी हर हंसी का,
 जो खींचते बेवजह टांग मेरी,
 जो मिलके करे शरारत ज़माने भर का,
 कुछ बने वजह दिल टूटने का,
 कुछ सिख गए अर्थ प्यार का।
 
 
 लिख दु जो मैं कहानी अपनी
 सिख जाए हर कोई एहमियत 
 प्यार और यार का।
 लिख दु जो मैं कहानी अपनी,
 ज़माना दीवाना हो जाए 
 मेरे लिखे हर किरदार का।


Leave a comment