प्रिये – Delhi Poetry Slam

प्रिये

By Rajesh Singh Bisht

मैं... कह दूँ क्या कहानी प्रिये,
चल दूँ क्या... साथ प्रिये?
मैं... दिखा दूँ तुझे, पूरी दुनिया प्रिये,
या... तेरी आँखों में ही देखूं, संसार प्रिये।

मैं लिये तुझे, संग अपने प्रिये,
करूँ यूं तंग हरदम प्रिये,
बातों से करूँ, दंग-दंग प्रिये,
मैं... खुद हो जाऊं हतप्रभ प्रिये।

मैं खुली किताब की स्याही प्रिये,
तू मोर का सुंदर, नृत्य प्रिये,
मैं बगुले सी एक आँख...
बंद कर निहारूं तूझे,
तू रंग-बिरंगी तितली सी उड़ जाए,
उड़ चले प्रिये।

मैं किताब का पन्ना लिये,
फ़िर देखूं तुझे इक झलक लिये,
तू सोलह श्रृंगार में सजी...
लगे सुंदर सी इक मुरत प्रिये,

मैं हवा का हल्का झोंका प्रिये,
तुझे छूकर... जाग जाऊं प्रिये,
मैं अस्सी घाट का साधु बनूँ,
तेरा नाम जपूँ... तेरा हो जाऊँ प्रिये,

तू प्रेयसी , प्रियतमा, तू अप्सरा प्रिये,
तुझे देखू छुप, छुप प्रिये,
मैं कनखियों से, जब देखूं तुझे,
तू शरमा के आँखें, मूँदे प्रिये।

मैं भोले की अनूठी भभूती प्रिये,
तू गंगा सी पवित्र, निश्चल प्रिये,
तेरी मुस्कान की शीतलता में,
बह जाऊं फिर जग जाऊं प्रिये।

मेरा चित्त... तेरा कलावा प्रिये,
ऐसे ही तू, मेरा सहारा प्रिये।
तुझे बांध कर भी आज़ाद कर दूं,
तेरे मन का बनूं... वो विश्वास प्रिये,
तेरे हृदय का बनूं... वो मिठास प्रिये।

चल हाथ थामे तुझे ले चलूं,
क्षितिज के उस पार ले चलूं,
तुझे चाँदनी की फिर सीढ़ियों से,
चल आ, चाँद तक ले चलूं।

फिर तू मुझको, मुझ सा पावन कर दे
मैं तुझको, तुझ सा रोशन कर दू,
तू बने, मेरे सिर का ताज,
और मैं नतमस्तक हो तुझे प्रणाम कर दूँ.

हार जाऊं कभी उम्मीद,
तब, मेरी उम्मीद का तू सार बने,
छा जाए निराशा कभी,
मेरे हौसलों का... तू उज्ज्वल दीप बने।

तू बने रोशनी मेरे मन की,
मेरे अंधेरे को तू... दूर करे,
तेरा मेरा साथ, शिव-पार्वती सा,
तू जब चाहे मुझ पर हुक्म करे।

तू जीवन की मुश्किलों में भी,
जीवन को सरल करे,
पड़ूं कभी मुसीबत में तो,
सती, भवानी, दुर्गा तू, बने प्रिये।

तू मेरा अखंड विश्वास,
मैं तेरा अटूट साथ प्रिये,
तू मेरी भार्या, मेरी वल्लभा,
मेरी जीवन संगिनी प्रिये।
तू मेरी, पूरी हुई प्रार्थना प्रिये !!


11 comments

  • 🌼🌼very beautiful poem 🌼🌼

    Naveen
  • Selection of words signify the intelligence of poet. Just wow🙏🙏🙏👌 Very good poetry.

    Ravi Gupta
  • Sir your poetry is too fantastic

    May Mahadevv Bless Youu ✨👍

    Ishita
  • Such a well-deserved recognition, Sir. Your poetry speaks volumes!

    Ziyaa
  • Very beautifully written, great expressions!
    I’m also a poet and written some of the poems how can i publish it to this page. Please contact

    Shruti Purwar
  • Bahut acha likha hai aapne💌

    Sanguine
  • Kya khoob likha hai aapne toh👌👌… #kavisahab

    Rashika Yadav
  • मेरे भाई राजेश,,,,,, शब्दों के सागर में डूबकर कुछ शब्दों से जो कविता तुमने लिखी है वो बहुत सुंदर है,, मैं आशा करता हु कि तुम आगे भी ऐसी सुंदर कविताएं लिखते रहो।

    Vinay Yadav
  • Bahut Acchi Kavita Likhi Hai…

    Rajeev Verma
  • Bohat badia h 🫶🏻

    Nandika Malhotra
  • Fantastic

    Sakshi

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