By Priyank Thapliyal

आँसू आँखों का वह दर्शन है, जिसमे जज़्बात ही नहीं बल्कि आपके क़रीब रहती आहटों का भी, हर एक क्षण छलक जाता है, छुपाना चाहे भी तो पलकें, मगर दिल बरस जाता है।
यह वजह बेवजह बह जाते जो अश्रु आपके जीवन के वह सारथी हैं, जो चाहे हो खुशनुमा पल या हो चाहे दुख भरा क्षण, कब ना जाने कहाँ कैसे, भावनाओं का सागर पलकों तले सहम कर उभर जाता है।
पलकों का भाव जाना है मैंने कि, भावनाओं का मौसम भले ही जैसा भी हो, मगर यह एक सिर्फ एक आँसू पलकों के एक कोने में साया बने, आपको आपकी अहमियत का अहसास कराता जाता है।
जीवन के कुछ नकारात्मक दृश्यों को पलकों में ना समेट कर, सकारात्मक दृश्यों का भाव अँखियों की हर झपकती पलकों में रोशन करता जाता है, कहने को मात्र एक आँसू ही तो है, बहता जाता है।
Thank you