हिन्द का गौरव हिंदी। – Delhi Poetry Slam

हिन्द का गौरव हिंदी।

Parul Bhardwaj

 हिन्द के इतिहास का आधार है हिंदी
 समस्त साहित्य सागर का सार है हिंदी
 
 अभिव्यक्ति की राह है हिंदी
 हर हिंदुस्तानी की चाह है हिंदी
 
 राजभाषा से राष्ट्रभाषा बनने को तैयार है हिंदी
 स्वतंत्र होने का अधिकार है हिंदी
 
 विश्व में परचम लहराने को तत्पर है हिंदी
 हिन्द के अखंड शौर्य से शोभित विजय शिखर है हिंदी
 
 हिन्द की आत्मनिर्भरता का 
  प्रमाण है हिंदी
 आधुनिकता के पथ पर 
  लोकतंत्र का नवनिर्माण है हिंदी
 
 तोड़नी हैं जंजीरें गुलामी की 
  हिन्द की एक आशा है हिंदी
 स्वतंत्र हिन्द की 
  सशक्त परिभाषा है हिंदी
 
 पूर्व पश्चिम उत्तर दक्षिण हिन्द की हर दिशा में
  विराजमान है हिंदी
 एक सौ चालीस करोड़ हिन्दुस्तानियों के दिल में
  शोभायमान है हिंदी
 
 कब जानेगा संसार की अनंत ज्ञान का
  भंडार है हिंदी
 विश्व की समस्त भाषाओं में सर्वश्रेष्ठ कहलाने का 
  अधिकार है हिंदी
 
 प्रमाणित करो इसके महत्व को ऐसा 
  की हर हिंदुस्तानी का अभिमान हो हिंदी
 संघर्ष सदियों का समाप्त हो ऐसा
  की हिन्द की विजय गाथा का गान हो हिंदी

विकसित भारत के लक्ष्य को पाने की
  नव डगर है हिंदी
 आदि से अनंत तक हिन्द का
  गौरवमय सफ़र है हिंदी।
 
 "आखिर क्यों नहीं हक हमें
  गाथा हिन्द की हिंदी में लिखने का 
 कब होगा त्याग उस गुलामी की निशानी का।"


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