By Parbati Patra

तुम जगत के प्यारे हो
जो जग में तुम्हारा नाम रटे
उसका बेड़ा पार है।
तुम इस संसार का नाविक हो,
हमें भी इस संसार की नाव में बिठा के
हमें भी थोड़ा पार कर देना,
ए मेरे कृष्ण कन्हैया।

तुम जगत के प्यारे हो
जो जग में तुम्हारा नाम रटे
उसका बेड़ा पार है।
तुम इस संसार का नाविक हो,
हमें भी इस संसार की नाव में बिठा के
हमें भी थोड़ा पार कर देना,
ए मेरे कृष्ण कन्हैया।