Mere Kanha – Delhi Poetry Slam

Mere Kanha

By Parbati Patra

तुम जगत के प्यारे हो
जो जग में तुम्हारा नाम रटे 
उसका बेड़ा पार है।

तुम इस संसार का नाविक हो,
हमें भी इस संसार की नाव में बिठा के
हमें भी थोड़ा पार कर देना,
ए मेरे कृष्ण कन्हैया।


Leave a comment