By Nutan S. Pariyangat

गर है शिकायतें तो है प्यार भी
गर हैं मंजिलें तो हैं रास्ते भी
गर यूं जो इज़हार किया प्यार का
तो है मुश्क़िला भी
गर जो निभा गए यह मुहब्बत
तो साथ मरने का रहेगा इंतजार भी!

गर है शिकायतें तो है प्यार भी
गर हैं मंजिलें तो हैं रास्ते भी
गर यूं जो इज़हार किया प्यार का
तो है मुश्क़िला भी
गर जो निभा गए यह मुहब्बत
तो साथ मरने का रहेगा इंतजार भी!