लाल रंग – Delhi Poetry Slam

लाल रंग

By Ritu Kesar

लाल रंग ...
गुलाल का
सिन्दूर का
नई दुल्हन के हाथों की हिना का
गहरी दोस्ती का
बे-इंतेहा मोहब्बत का
ख़ुमार का 
जुनून का
आगमन का

लाल रंग जैसे सुबह का सूरज
उस एक रंग में ज़िन्दगी के सारे रंग!

लाल रंग ...
आँखों से बहते लहू सा
कफ़न जैसा
ढलते सूरज सा        
सुर्ख आसमान
टूटते हुए तारे
आरज़ूओं का क़त्ल
बेरहम लाल रंग!

वक़्त के साथ रंगों के बदल जाते हैं मायने ...

 


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