By Khushbu Vandawat

तेरा हर लम्हा आज भी धड़कता है,
तेरा प्यार आज भी मेरी रगों में बहता है।
हमें दूर से देख वो चुरमा बनाती थीं,
पसंद है मेरे नाते-नातियों को, वो हमें बड़े प्यार से खिलाती थीं।
नानी, आपका वो प्यार और दुलार बहुत याद आता है,
आपके जाने के बाद आपके न होने का एहसास बहुत सताता है।
आप ही हर जन्म में मिलें, यही ख्वाहिश है मेरी,
आप जहाँ रहो,खुश रहो - यही दुआ है मेरी ।
आपने जिस घर को संभाल रखा था, वो घर अब टूट गया।
आपने हमेशा साथ रहने का वादा किया था, वो वादा अब छूट गया।
दूर होकर भी मिट्टी में रहते हो हमेशा ही,
कोई ग़लती हो जाए तो सपनों में आकर कहना हमें।
नानी, आपकी याद बहुत सताती है,
अब उन यादों के सहारे जीना है, जिनमें आपकी छवि नज़र आती है।
Keep it up my child
God always with you and fulfilled your wishes.
It’s amazing khushboo. I am proud of you.🤞🏻🌼
Very nice poem khushboo jiji
Excellent
Nice beta
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