By Raksha Laddha
टूटे दिलों की रातों में,
खामोशी से बातें होती हैं,
लफ़्ज़ों से नहीं, आहों से मुलाक़ातें होती हैं।
वो चेहरे, जो कभी अपने लगे थे,
आज दूरियों के साए में खो गए।
दर्द का शहर है ये,
जहां हर मोड़ पर दिल तन्हा रोता हैं।
छूटी हुई राहों पे अब कोई लौट के नहीं आता,
वो जो कभी था अपना, अब नाम तक नहीं लेता।
साँसों में उसकी खुशबू थी, अब सिर्फ ख़ालीपन है,
वक़्त भी रूठ गया है, और टूटा दिल बेज़ुबान है।
टूटे दिल को क्या इल्ज़ाम दूं,
बेवफ़ाई तो फ़ितरत थी उसकी,
वो चेहरे पे ही रुका रहा,
और हम रूह से मोहब्बत कर बैठे।
ख्वाब टूटे, और वक़्त के साथ बिखरते रहे,
अब बस यादें हैं, और दर्द की परछाईयां,
जो हर रात दिल में उतरती हैं।
दिल के हर टुकड़े में तेरा अक्स है बसा,
तेरी यादें अब मेरे साँसों में हैं क़ैद।
वो जो रिश्ता टूटा था ख़ामोशी से,
हर रात वो आँसूओं में डूब कर चीखता है,
इश्क़ तो किया था हमने, पर मुक़द्दर ने साथ नही दिया।
Very very nice ,heart touching word Raksha 👌👌🌷lord shiva bless you beta.😇
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Heart touching wording❤️🩹