काश ! तुम इतने अच्छे ना होते – Delhi Poetry Slam

काश ! तुम इतने अच्छे ना होते

By Jyoti Pabby 

काश ! तुम इतने अच्छे ना होते 
तो बात कुछ और होती।
न ही नयन तुम्हारे भीगते 
न ही मैं रो रही होती।
 
काश !तुम थोड़े संगदिल होते 
तो बात कुछ और होती। 
न तन्हाई से,क्षोभ से तुम तड़पते
न रब से मैं भीख मांग रही होती।
 
काश तुम थोड़े स्वार्थी होते 
तो बात कुछ और होती। 
तुम मेरे होते और इस वक्त 
मैं तुम्हारी बाहों में होती। 
 
काश ! तुम थोड़े साधु न होते 
तो बात कुछ और होती। 
हम तुम एक बगिया के माली होते 
बीच में ना समझ दुनिया ना होती। 
 
काश !तुम इतने अच्छे ना होते
तो बात कुछ और होती। 
प्यार होता क्या है इससे 
मैं सदा ना वाकिफ ही रहती।
 
काश ! तुम इतने अच्छे ना होते 
तो बात कुछ और होती।
तो बात कुछ और ही होती।


2 comments

  • दिल को छू जाने वाली एक सुंदर कविता

    Bhavna
  • Nice poem 🥳

    Viresh Chauhan

Leave a comment