By Hira Mokariya
टी-शर्ट छोड़के शर्ट पहनने लगा है
वो क्लीन शेव वाला लड़का
आजकल दाढ़ी रखने लगा है..
जो हर किसी से हसकर बात करता था
वो नटखट छोरा
आजकल खामोश रहने लगा है..
देर रात तक जागकर
दोपहर तक सोने वाला लड़का
आजकल सूरज से पहले जागने लगा है..
जो कभी किसीकी सुनता नहीं था
वो गैरजिम्मेदार लड़का
आजकल खुदकी गलती ना होने के बावजूद भी
सॉरी बोलने लगा है..
खुद के आलावा किसी और से जिसने प्यार किया ही नहीं
वो नालायक लड़का
आजकल अकेले में रो रहा है…
सुना है उसे मह्होबत हो गयी है
उसके बगल में ही रहने वाली
जिम्मेदारी से...
राही – अकेला मुसाफ़िर