Dipti Raghavendra – Delhi Poetry Slam

Naari

By Dipti Raghavendra

अगर कहूं तो सच होगा
हिम्मत, शक्ति, धैर्य, वीरता
ममता, त्याग, प्रेम, देवी
का नाम दूसरा नारी है

न हम कम हैं, न ही ज़्यादा
हम बस हम हैं, हम तो नारी हैं

नारी की रचना ईश्वर ने की
नारी ने अनोखे रिश्तों की

पत्नी में वो सीता
प्रेमी में राधा है
ममता में यशोदा मैया
वीरता में झाँसी है

शिक्षिका में सावित्री बाई फूले
देश की पहचान है इंदिरा
मानव सेवा में मदर टेरेसा
भारत पुलिस की शान किरण बेदी है

कवयित्री में भारत कोकिला सरोजिनी नायडू
स्वर संगीत में लता दीदी है
खेल के मैदान में पी.टी. ऊषा
जल में हिंदुस्तानी जल परी आरती साहा है

आसमान में सरला ठकराल
अंतरिक्ष में कल्पना चावला है
चिकित्सा में आनंदी गोपाल
अभियांत्रिकी में ऐ. ललिता है

ऐसा कोई रूप नहीं
जहाँ पर हमारी मिसाल नहीं
हर क्षेत्र में सशक्त हैं हम
हर क्षेत्र में मान पाया है

पर ये कैसा न्याय धरा पर!
जिस नारी की कोख से जन्मे
उस नारी का तिरस्कार धरा पर

धन की लक्ष्मी को तुम पूजो
घर की लक्ष्मी का मोल करो
घर में नन्हीं आई लक्ष्मी का
साँसों से पहले दाह संस्कार करो

जिस माँ दुर्गा की मूरत में कोठे की माटी घुलती है
उस नारी के तन का तुम अंधाधुन व्यापार करो
हे मानव तुम कितने वह्शी हो!!

नारी ने नर–नारी को जन्मा है
वो अमृत की पहली बूंद है
गंगा जल सी पावन है
बंजर जीवन का सावन है

नारी जब माँ बन जाती है
हाथों की रंगत निखर जाती है
माँ के हाथों के खाने के आगे
छप्पन भोग भी फीके हैं

माँ की गोद में सर रख दो
सुकून जन्नत मिल जाती है
माँ के चरणों में, हे मानव
चारों धाम की लीला है

नारी बहन जब बन जाती है
न जाने कैसे निखर जाती है
लाड़ प्यार सब न्यौछावर कर
वह छोटी माँ बन जाती है

नारी जब जीवनसंगिनी बनती है
ससुराल की धड़कन बन जाती है
नए परिवार में यूँ घुल जाती है
जैसे रिश्ता कोई पुराना संजोने आयी है

नारी तू लाचार नहीं है
धरती पर ईश्वर का वरदान है
नारी तू सब कर सकती है
अपने ऊपर विश्वास रख

तू ही तो है जिसके आगे
हर योद्धा का शीश झुके
नारी तू तो नारी है
हर रूप में सबको प्यारी है


9 comments

  • Reading this poem made me feel proud and grateful for the countless ways women enrich our lives as mothers, leaders, teachers, and warriors. It reminded me of the women in my own life who embody these qualities every days. A heart-touching tribute to the spirit of womanhood. Every line speaks volumes – powerful and graceful!

    Akhil Kardam
  • शुद्ध हिंदी, स्पष्ट विचार और सटीक उदाहरण।
    सभी रसों को अपने साथ लेकर ये कविता रची है। बहुत खूब दीप्ति

    Punita
  • शुद्ध हिंदी, स्पष्ट विचार और सटीक उदाहरण।
    सभी रसों को अपने साथ लेकर ये कविता रची है। बहुत खूब दीप्ति

    Punita
  • Excelent……

    Perem Lata Dass
  • Ek ek shabd Sach he

    Jyoti Awasthi
  • El ek shad Sach he

    Jyoti Awasthi
  • Kadwa sach jeewan ka.
    Very nicely written.
    Feelings crafted in poem
    Many congratulations to Poetess Dipti R💐

    Hemlata Sharma
  • Beautifully crafted. Really powerful

    Anuja
  • One word. अद्भुत!

    Dhananjay Singh

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