By Ayushi Singh Baghel

रंग एक, ढंग एक
चाल एक, चलन एक
एक रूप, रेखा एक
भेद कहाँ ?
धरती एक
एक पवन, काल एक
पाप एक, कर्म एक
भेद कहाँ ?
सोच एक, अधिगम एक
एक भाषा, बोली एक
गाली एक ।
भेद कहाँ ?
पूर्वज एक, धरोहर एक
एक चद्रं , लोक एक
भेद कहाँ ?
प्रेम एक, इतिहास एक
संघर्ष एक ।
सरहद एक ?
भेद क्यों ?