By Anuj Prakash Gautam

ऐ माँ, तेरी याद मुझे
सबसे ज़्यादा रुलाती है।
क्यों तू इतनी दूर चली गई,
कि तेरी आवाज़ भी अब न आती है?
बता भी क्या जल्दी थी तुझे
यूँ मुझसे दूर जाने की?
बता भी क्या जल्दी थी तुझे
यूँ मुझसे रूठ जाने की?
तू तो कहती थी मुझसे-
"बेटा, तू ही मेरा प्यार है।"
तू तो कहती थी मुझसे-
"बेटा, तू ही मेरा राजकुमार है।"
फिर क्यों इस राजकुमार को
तू अकेला छोड़ गई?
क्या मजबूरी थी तेरी ओ माँ,
जो तू मुझसे मुँह मोड़ गई?
अब कौन मुझे रातों में
लोरी गाकर सुलाएगा?
बता, कौन अब मेरी नादानी पर
मंद ही मंद मुस्काएगा?
माँ, तूने ये भी न सोचा
तुझ बिन मेरा क्या होना है?
तेरे लहराते आँचल के बिना
जीवन भर मुझे बस रोना है।
माँ के आँचल के बिना
बता कौन सुखी रह पाया है?
माँ की ममता के आगे
बता किसका प्यार टिक पाया है?
तेरी आँखों के इस तारे से
देख—आँसुओं की धारा बहती है।
आ भी जा उस दुनिया से माँ
जिस दुनिया में तू अब रहती है...
जिस दुनिया में तू अब रहती है।
Best line,,❤️❤️🔥🔥 bhaiya