वृद्धि गोविन्द
कभी बेटी बन ,
तो कभी माँ बन ,
बहुत ज़ख्म झेले उसने ;
कभी बहन बन,
तो कभी दोस्त बन,
बहुत दर्द उठाए उसने ;
कहाँ सोचा था
उस नन्ही सी जान ने ,
इस धरती पर पाँव रखते ही
एक जंग शुरू होजाएगी ;
एक पल देवी कह , पूजा जाएगा
अगले ही पल डायन कह, धुत्कार दिया जाएगा ;
एक तरफ लक्ष्मी कह , सम्मान दिया जाएगा
दूसरी तरफ मर्दो के पैरों तले , रौंदा जाएगा ;
फिर भी ,
उसने हार न मानी;
चेहरे पर मुस्कान लिए ,
आँखों में चमक लिए ,
अपने सपनो की उड़ान भरने ,
अरमानो की गहराइयों को छूने ,
वह लड़ती गयी ,
बस ,
लड़ती गयी ;
इस धूप में अपनी छाँव बन ,
इस अँधेरे में अपनी मशाल बन ,
चलती गयी ,
बस,
चलती गयी ।
तो कभी माँ बन ,
बहुत ज़ख्म झेले उसने ;
कभी बहन बन,
तो कभी दोस्त बन,
बहुत दर्द उठाए उसने ;
कहाँ सोचा था
उस नन्ही सी जान ने ,
इस धरती पर पाँव रखते ही
एक जंग शुरू होजाएगी ;
एक पल देवी कह , पूजा जाएगा
अगले ही पल डायन कह, धुत्कार दिया जाएगा ;
एक तरफ लक्ष्मी कह , सम्मान दिया जाएगा
दूसरी तरफ मर्दो के पैरों तले , रौंदा जाएगा ;
फिर भी ,
उसने हार न मानी;
चेहरे पर मुस्कान लिए ,
आँखों में चमक लिए ,
अपने सपनो की उड़ान भरने ,
अरमानो की गहराइयों को छूने ,
वह लड़ती गयी ,
बस ,
लड़ती गयी ;
इस धूप में अपनी छाँव बन ,
इस अँधेरे में अपनी मशाल बन ,
चलती गयी ,
बस,
चलती गयी ।
Very well written…. Loved your poem…. All the very best Vridhi… :)
Brilliant one! I had tears in my eyes while reading this beautiful work of yours.
Keep up the good work!
Lots of love to you ?
Brilliant one! I had tears in my eyes while reading this beautiful work of yours.
Keep up the good work!
Lots of love to you ?
Very well written I love your poem
A beautiful poem which is bound to leave you with a smile and compels you to think. Brilliant work Vridhi. I absolutely love it! ❤️
Wow nice poem and nice write. I really enjoyed this work of yours. I look forward to reading and enjoying more of your thoughts put to paper. Bravo!! Vridhiiii..????
So beautifully portrayed! It should really reach more audience:)
So well thought and so beautifully woven into words. A powerful poem on an empowering day. It says everything it should in the most meaningful way. Way to go yaar!
A great preamble to ‘International Women’s Day’ by a surprise package that is Vridhi !!
Beautiful lines
Beautifully expressed. Very Positive.
Very well written!!
Well written. Loved to read.
Tonic for the soul.
Well written
Good One…?
True. Facts in the form of poem.
Love you.
Chhote naanu and naani
Very inspiring one I loved it.
Loved it !
I love your poem! ♥️
Very nice ☺️