अनकहे जज़्बात

Arpit Kulshrestha

आज  सोचता  हूँ  की  बात  करू मै
पर  क्यू  हर  बार  उसे  याद  करू  मै 
काश!  ना  जाते  वो  
हर  लम्हे  से  ये  ही फ़रियाद  करू  मै 
वो  उनका  यूँ  मुस्काना 
मेरे  दिल  को  हर  बार  चीर  जाना 
आज  सोचता  हूँ  की  क्यू  याद  करू  मै 
वो  उनका  प्यार  से  मुझे  यूँ  देखना  
फिर शर्मा कर अपनी अदाओ से  मुझे हर बार भेदना 
क्यों  याद  करू  मै 
काश!  ना  जाते  वो 
अब  तो  बस  यही  आस  करू  मै 
वो  उनका  जुल्फों  को  सवारना
और  अपनी  आवाज़  से बार बार कहर  गिराना
पर क्यू  सोचता  हूँ   मै 
क्या  करू  मै 
बार  बार  ठहर ता हूँ  मै 
रुक  जा  ना 
क्या  जायेगा 
इस  दीवाने  का  घर  बस  जायेगा 
सुन 
सुन ना 
सुन ले ना 
देख  मुझे  एक  बार 
रो  रा  हूँ   
उठा  के  गले  लगा  ले  इस  बार 
वादा  करता  हूँ अब नहीं जाऊंगा  मै 
और  अगर  इस  बार  गया  तोह  
खत्म  हो  जाऊंगा  मै 

4 comments

  • Written from heart.

    Aditya Dube
  • Beautifully written.

    Chhavi
  • amazing… his girlfriend is damn lucky for sure♥♥♥

    Sukanya
  • Bhai mast try h
    Pr lg rha h tere pas shabd km h
    So read more and than pour more in words

    Rohit Kumar Sharma

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